भेड़चाल
ढ़ोल बजते ही नाचना न शुरू कर दें, यह तो देख लें कि ढ़ोल जन्म की खुशी के हैं या मातम के !
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
ढ़ोल बजते ही नाचना न शुरू कर दें, यह तो देख लें कि ढ़ोल जन्म की खुशी के हैं या मातम के !
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
One Response
यह कथन सत्य है कि आजकल लोग भेडचाल चलने लगते हैं जब कि उसका कोई आधार नहीं होता ।अतः उचित होगा कि उनको यह समझना चाहिए कि यह रास्ता सही है या गलत तभी अनुशरण करना चाहिए अन्यथा जीवन सफल नहीं होगा।अतः उचित होगा कि धर्म से जुडने पर ही सही गलत का निर्णय हो सकता है।