क्षायिक-सम्यग्दृष्टि / श्रुत-केवली
श्रुत-केवली के खुद क्षायिक-सम्यग्दर्शन ना हो, पर वह दूसरों को क्षायिक-सम्यग्दर्शन कराने में निमित्त बनने की योग्यता रखता है ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
श्रुत-केवली के खुद क्षायिक-सम्यग्दर्शन ना हो, पर वह दूसरों को क्षायिक-सम्यग्दर्शन कराने में निमित्त बनने की योग्यता रखता है ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
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One Response
यह कथन सत्य है कि श्रुत-केवली के खुद क्षायिक सम्यग्दर्शन ना हो लेकिन दूसरो को क्षायिक-सम्यग्दर्शन कराने में निमित्त बनने की योग्यता रखता है।