आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने मनुष्यों के प़कार को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः मनुष्य को सम्यगद्बष्टि का ज्ञान होना परम आवश्यक है। Reply
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आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने मनुष्यों के प़कार को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः मनुष्य को सम्यगद्बष्टि का ज्ञान होना परम आवश्यक है।