Magnet में North/South poles रहते ही हैं, जो राग-व्देष रुप हैं। Demagnetise होना याने राग-व्देष रहित अवस्था, और राग-व्देष रहित अवस्था ही तो भगवान का स्वरूप है। Reply
6 Responses
What if we de-magnetise the mind?
तब भगवान बन जायेंगे ।
Well, then , may be a magnetised state of mind with Bhakti would be appropriate
Mind ko de-magnetise karne se bhagwan kaise ban jayenge? Please explain.
Magnet में North/South poles रहते ही हैं,
जो राग-व्देष रुप हैं।
Demagnetise होना याने राग-व्देष रहित अवस्था,
और राग-व्देष रहित अवस्था ही तो भगवान का स्वरूप है।
Ok. I understood.