अतिरिक्त
जीवन की सारी दौड़ केवल अतिरिक्त के लिए है !
अतिरिक्त पैसा,
अतिरिक्त पहचान,
अतिरिक्त शौहरत,
अतिरिक्त प्रतिष्ठा !
यदि यह अतिरिक्त पाने की लालसा ना हो तो ….
जीवन कितना सरल हो जाय !
जीवन की सारी दौड़ केवल अतिरिक्त के लिए है !
अतिरिक्त पैसा,
अतिरिक्त पहचान,
अतिरिक्त शौहरत,
अतिरिक्त प्रतिष्ठा !
यदि यह अतिरिक्त पाने की लालसा ना हो तो ….
जीवन कितना सरल हो जाय !
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है जीवन की दौड़ अतिरिक्त के लिए मान रखा है, चाहे पैसा,पहिचान, शोहरत और अतिरिक्त प़तिष्ठा हो।
जीवन में अतिरिक्त पाने की लालसा नहीं हो तो ही जीवन सरल हो सकता है। अतः अतिरिक्त को छोड़कर धर्म का रास्ता पकड़ना आवश्यक है ताकि जीवन सरल बन सकता है।