अनंत का मतलब निरंतर व्यय होने पर भी जो राशी कभी समाप्त न हो उसे कहते हैं। अतः मुनि महाराज जी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। Reply
One Response
अनंत का मतलब निरंतर व्यय होने पर भी जो राशी कभी समाप्त न हो उसे कहते हैं।
अतः मुनि महाराज जी का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।