इन्द्रिय-विषय—इन्द़ियो के द्वारा जानने योग्य पदार्थ को विषय कहते हैं। आत्मा—जो यथासंभव ज्ञान, दर्शन, सुख आदि गुणों में वर्तता/ परिणमन करता है, उसे कहते हैं। आत्मा अरुपी है लेकिन वर्तमान में रूपी कर्मयुक्त होन से इन्द़ियो के विषय रुपी से मेल रहता है। Reply
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इन्द्रिय-विषय—इन्द़ियो के द्वारा जानने योग्य पदार्थ को विषय कहते हैं। आत्मा—जो यथासंभव ज्ञान, दर्शन, सुख आदि गुणों में वर्तता/ परिणमन करता है, उसे कहते हैं।
आत्मा अरुपी है लेकिन वर्तमान में रूपी कर्मयुक्त होन से इन्द़ियो के विषय रुपी से मेल रहता है।