उक्त कथन सत्य है कि केतली को बिना झुकाए खाली होना नामुमकिन है।इसी प्रकार अंहकार से मुक्त होने के लिए एक मात्र उपाय झुकना ही होता है। जीवन में अंहकार होना अवगुण है,जिसको समाप्त करना आवश्यक है ताकि कल्याण हो सकता है। Reply
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उक्त कथन सत्य है कि केतली को बिना झुकाए खाली होना नामुमकिन है।इसी प्रकार अंहकार से मुक्त होने के लिए एक मात्र उपाय झुकना ही होता है। जीवन में अंहकार होना अवगुण है,जिसको समाप्त करना आवश्यक है ताकि कल्याण हो सकता है।