धनतेरस
धनतेरस को जैन आगम में धन्य तेरस या ध्यान तेरस भी कहते हैं ।
भगवान महावीर इस दिन तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिये योग निरोध के लिये चले गये थे। तीन दिन के ध्यान के बाद योग निरोध करते हुये दीपावली के दिन निर्वाण को प्राप्त हुये ।
तभी से यह दिन धन्य तेरस के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
मुनि श्री क्षमासागर जी/पं. रतनलाल बैनाडा जी