नियतिवाद जीवन के अंतिम दिनों में चलेगा।
लेकिन पहले आ गया तो समझना, जीवन का अंत आ गया।
मुनि श्री सुधासागर जी
Share this on...
One Response
नियतवाद का मतलब जिसका जो होना होगा वह नियम से होगा,इसका मानना एकान्तवाद होता है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि नियतवाद जीवन के अंतिम समय में चलेगा। लेकिन पहिले आ गया तो समझना,जीवन का अंत आ गया है। इसमें वह निश्चय को मानते हैं, लेकिन व्यवहार धर्म को नहीं मानते हैं। जीवन में बिना पुरुषार्थ के कुछ प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
One Response
नियतवाद का मतलब जिसका जो होना होगा वह नियम से होगा,इसका मानना एकान्तवाद होता है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि नियतवाद जीवन के अंतिम समय में चलेगा। लेकिन पहिले आ गया तो समझना,जीवन का अंत आ गया है। इसमें वह निश्चय को मानते हैं, लेकिन व्यवहार धर्म को नहीं मानते हैं। जीवन में बिना पुरुषार्थ के कुछ प्राप्त नहीं कर सकते हैं।