पावनता
उत्कृष्ट पावनता स्वयं के पावन होने में नहीं बल्कि दूसरों को पावन करने में है ।
उत्कृष्ट पावनता स्वयं के पावन होने में नहीं बल्कि दूसरों को पावन करने में है ।
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
One Response
यह कथन सत्य है कि पावनता स्वयं को पवित्र बनाना ही नहीं बल्कि दूसरों को भी पवित्र और पावन बनाना है। जिससे स्वयं के कल्याण के साथ दूसरों के लिए कल्याण होना चाहिए ताकि उत्कृष्ट पावनता हो सकेगी।