पुरुषार्थ / धर्मध्यान
पैर का काँटा, धर्म करने से नहीं पुरुषार्थ से निकलेगा ।
पर धर्मध्यान से काँटे की वेदना जरूर कम हो जायेगी ।
मुनि श्री सुधासागर जी
पैर का काँटा, धर्म करने से नहीं पुरुषार्थ से निकलेगा ।
पर धर्मध्यान से काँटे की वेदना जरूर कम हो जायेगी ।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
धर्म ध्यान में पुरुषार्थ करने पर अपने कर्मों को त्यागना होता है। पैर में कांटा निकालने के लिए पुरुषार्थ करना होता है तभी निकलता है। अतः धर्म ध्यान करने पर अपने कर्म कट जाते हैं ।