बंधन = स्वार्थ/मोह से निर्मित सीमा, संयम = स्व/पर कल्याणार्थ निर्मित सीमा ।
यह कथन बिलकुल सत्य है… बन्धन सिर्फ आत्मा से रखो अन्य जगह सीमा रखना चाहिए तभी कल्याण होगा।
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यह कथन बिलकुल सत्य है…
बन्धन सिर्फ आत्मा से रखो अन्य जगह सीमा रखना चाहिए तभी कल्याण होगा।