मन का काम करने से मन के गुलाम बन जाते हैं,
मन से काम लेने से मालिक ।
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मन- -नाना प्रकार के विकल्प जाल को कहते हैं अथवा गुण दोष का विचार व स्मरण आदि करना यह मन का कार्य है।
अतः उक्त कथन सत्य है कि मन का काम करने से मन के ग़ुलाम बन जाते हैं और मन से काम लेने से मालिक हो जाते हैं। जीवन में मन से काम करने वाले कभी सफल नहीं होंगे लेकिन मन पर नियंत्रण रखना आवश्यक है ताकि सफलता मिल सकती हैं।
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मन- -नाना प्रकार के विकल्प जाल को कहते हैं अथवा गुण दोष का विचार व स्मरण आदि करना यह मन का कार्य है।
अतः उक्त कथन सत्य है कि मन का काम करने से मन के ग़ुलाम बन जाते हैं और मन से काम लेने से मालिक हो जाते हैं। जीवन में मन से काम करने वाले कभी सफल नहीं होंगे लेकिन मन पर नियंत्रण रखना आवश्यक है ताकि सफलता मिल सकती हैं।