योनि

देव व नारकी की अचित्त, साधारण वनस्पति सचित्त (एक दूसरे के आश्रय से), बाकी के तीनों प्रकार की, मनुष्य में शुक्रादि अचित्त, माँ की योनि सचित्त होती है ।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी

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6 Responses

  1. योनि का मतलब जिसमें जीव जाकर उत्पन्न होता है। योनि अनेक प्रकार की होती है। इसके चौरासी लाख भेद होते हैं। अतः मुनि महाराज जी का कथन पूर्ण सत्य है।

  2. 1) “तीनों प्रकार की” ka kya meaning hai ?
    2) “मनुष्य में शुक्रादि अचित्त” kaise hai ?

    1. 1) सचित्त-अचित्त, सचित्त, अचित्त
      2) भगवान ने कहा, गुरु से सुना, हमें शिरोधार्य करना है।
      तुम्हारा तर्क क्या है अस्वीकारता का ?

  3. Okay.Nahi Uncle. Main guru ki vaani ko asweekar nahi kar sakti. Is baat ko lekar confusion thi ki “शुक्रादि” aur “माँ की योनि” me kya difference hai?

    1. योनि में जीव जन्म लेता तथा develop होता है।
      शुक्र sperm को कहते हैं।

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