भौंरे और गोबर के कीड़े की मित्रता हो गई, भौंरा गुबरीले से मिलने गया तो उसको गोबर खाने को दिया, दुर्गंध सहनी पड़ी ।
गुबरीला भौंरे के घर गया तो उसे फूल पर बिठा दिया, खाने को सुगंधित पराग ।
माली उसे प्रभु चरणों में पहुँचा दिया ।
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जीवन में संगति का महत्वपूर्ण स्थान है। जीवन में संगति में एक दूसरे की सहायता करना आवश्यक है। संगति दूध और पानी की तरह होनी चाहिए ताकि एक दूसरे की मदद करते हैं, उनमें एक साथ मिल जाते हैं। एक दोस्ती तेल और पानी की है,जो एक दूसरे के सिर पर बैठना चाहता है यानी उसमें दोस्ती नहीं हो सकती है।
अतः जीवन में अच्छे लोग ही सम्पर्क में आने चाहिए ताकि एक दूसरे का सहयोग और सम्मान होना आवश्यक है।
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जीवन में संगति का महत्वपूर्ण स्थान है। जीवन में संगति में एक दूसरे की सहायता करना आवश्यक है। संगति दूध और पानी की तरह होनी चाहिए ताकि एक दूसरे की मदद करते हैं, उनमें एक साथ मिल जाते हैं। एक दोस्ती तेल और पानी की है,जो एक दूसरे के सिर पर बैठना चाहता है यानी उसमें दोस्ती नहीं हो सकती है।
अतः जीवन में अच्छे लोग ही सम्पर्क में आने चाहिए ताकि एक दूसरे का सहयोग और सम्मान होना आवश्यक है।