सम्बोधन
कार्य की सिद्धि के लिये पहले सम्बोधन करना चाहिये,
जैसे…
“बेटा ! ये काम कर दो” ।
इससे सकारात्मकता भी आयेगी ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
कार्य की सिद्धि के लिये पहले सम्बोधन करना चाहिये,
जैसे…
“बेटा ! ये काम कर दो” ।
इससे सकारात्मकता भी आयेगी ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में किसी कार्य कि सिद्वि के लिए ऐसा सम्बोधन होना चाहिए ताकि सकारात्मक भी आये। इसमें गुरु का सम्बोधन ही ऐसा होता है, जिससे सकारात्मक भूमिका आती है जिससे अपना कार्य सिद्ध हो सकता है।