प्रथमानुयोग
जिन लोगों को करुणानुयोग/द्रव्यानुयोग में बहुत रुचि होती है, उनके लिये भी प्रथमानुयोग गाय दुहने से पहले, बछ्ड़े लगाने जैसा है।
प्रथमानुयोग पढ़ने से दूध आने लगता है, फिर करुणानुयोग/द्रव्यानुयोग पढ़ें।
जिन लोगों को करुणानुयोग/द्रव्यानुयोग में बहुत रुचि होती है, उनके लिये भी प्रथमानुयोग गाय दुहने से पहले, बछ्ड़े लगाने जैसा है।
प्रथमानुयोग पढ़ने से दूध आने लगता है, फिर करुणानुयोग/द्रव्यानुयोग पढ़ें।
One Response
प़थमानुयोग का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में प़थमानुयोग शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए ताकि करणानुयोग एवं द़व्यानुयोग में रुचि बढती रहेगी!