अनुकम्पा

प्रश्न :- नरक में “उपाय-धर्मध्यान” नहीं होता,
फिर सम्यग्दर्शन प्रकट होने के लिये “अनुकम्पा” कैसे आती है ?

उत्तर :- “अनुकम्पा” बाह्य लक्षण है, आवश्यक नहीं ।
लवण समुद्र के महामत्स्य जब अणुव्रत धारण कर लेते हैं तो वे पानी कैसे छानेंगे ?
सुर्य के प्रकाश से गर्म हुआ, समुद्र के ऊपर का पानी पीते हैं ।
नरक में भी अनुकम्पा के यथासंभव भाव तो रह ही सकते हैं ।

पं. रतनलाल बैनाडा जी

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