उद्वेलना
रस्सी को बटा, फ़िर खोल दिया । अपकर्षण करके अन्य प्रकृति रूप प्राप्त करा कर नाश करना ।
कर्मकांड़ गाथा : – 349
रस्सी को बटा, फ़िर खोल दिया । अपकर्षण करके अन्य प्रकृति रूप प्राप्त करा कर नाश करना ।
कर्मकांड़ गाथा : – 349
M | T | W | T | F | S | S |
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