कर्मों में बटवारा
परनिंदा करने से नीच गोत्र में अनुभाग तीव्र बंधता है, बाकि 6 कर्मों में प्रदेश बंध की प्रमुखता होती है ।
ऐसे और कर्म प्रकृतियों के बंध में भी समझना चाहिए ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
परनिंदा करने से नीच गोत्र में अनुभाग तीव्र बंधता है, बाकि 6 कर्मों में प्रदेश बंध की प्रमुखता होती है ।
ऐसे और कर्म प्रकृतियों के बंध में भी समझना चाहिए ।
पं. रतनलाल बैनाड़ा जी