केवली भगवान के असाता का भी उदय होता है पर अनुभाग बहुत कम । साथ-साथ साता का भी लगातार उदय होता रहता है । चूंकि असाता है इसलिये उपचार से परिषह जय भी है । चौदहवें गुणस्थान में साता या असाता में से किसी एक का उदय रहता है ।
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