निद्यत्ति / निकाचित
अपूर्वकरण में निद्यत्ति/निकाचित पने की व्युच्छित्ति….सिद्धांत है।
देवदर्शन से व्युच्छित्ति….भक्ति की अपेक्षा।
मुनि श्री सुधासागर जी
अपूर्वकरण में निद्यत्ति/निकाचित पने की व्युच्छित्ति….सिद्धांत है।
देवदर्शन से व्युच्छित्ति….भक्ति की अपेक्षा।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने निद्यति एवं निकाचित का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है… देव दर्शन से व्युछित्ति जो भक्ति की अपेक्षा!