परोपकार
संसार में दो प्रकार के वृक्ष हैं….
प्रथम ???? अपना फल अपने आप दे देते हैं – उदाहरण :- आम, अमरुद, केला इत्यादि …
द्वितीय ???? अपना फल छिपाकर रखते हैं -उदाहरण :- आलू, अदरक, प्याज़, इत्यादि ..
जो अपना फल अपने आप दे देते हैं उन वृक्षों को सभी सुरक्षित रखते हैं किन्तु जो अपना फल छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित खोद लिए जाते हैं।
ठीक इसी प्रकार जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में दे देते हैं, सभी उनका ध्यान रखते हैं । वहीं दूसरी ओर जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश छिपाकर रखते हैं, वे समय रहते ही भुला दिये जाते हैं ।
(रजनी)
2 Responses
Very nice.
Yah kathan satya hai, jo apne paas hai usko dene ka kaam paropakaar hai, chaahe vidya ho ya dhan ho, sabhi ko dene ka kaarya paropakaar he hota hai.