बहुरूपणी विद्या

बहुरूपणी विद्या से जो बहुत सारे रूप या सेना बनती है, उनमें आत्मायें होती हैं क्या ?
यदि होतीं हैं, तो वह आत्मायें किसकी होतीं हैं ?

विद्या से व्यन्तर-देवों को सिद्ध करते हैं ।
उनकी पृथक-विक्रिया से बहुत से रूप/सेना बनती है ।
उन सबमें आत्मा के प्रदेश भी देवों के ही होते हैं ।

बाई जी

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