वैराग्य
जलते हुये मकान को व्यक्ति दोनों सोच के साथ ही छोड़ता है –
1. जब उसे भरोसा हो जाता है कि आग उस तक आयेगी ही ।
2. बाहर आग नहीं है ।
ब्र. नीलेश भैया
जलते हुये मकान को व्यक्ति दोनों सोच के साथ ही छोड़ता है –
1. जब उसे भरोसा हो जाता है कि आग उस तक आयेगी ही ।
2. बाहर आग नहीं है ।
ब्र. नीलेश भैया
3 Responses
In the above context, does makaan denote “grihasthi/parivar/duniya”, aag “suffering” and bahar “vairagya/moksh marg” please?
Right.
okay.