रागादि परिणाम
अशुद्ध निश्चय नय से ये आत्मा के ही होते हैं ,पौदगलिक नहीं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
(जैसे सम्यक् मिथ्यात्व, पानी मिला दूध है, पानी और दूध अलग अलग नहीं हैं)
अशुद्ध निश्चय नय से ये आत्मा के ही होते हैं ,पौदगलिक नहीं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
(जैसे सम्यक् मिथ्यात्व, पानी मिला दूध है, पानी और दूध अलग अलग नहीं हैं)