Category: चिंतन
जाप/पूजा
जाप, पूजा आदि बैठकर या ख़ड़े होकर करने के लिये क्यों कहा है ? बैठने से 90 Degree का Angle बनता है, लेटने से “0”
धर्म की राह पर प्रगति
धर्म की राह पर प्रगति करना चाहते हो ? यदि नहीं, तो बात खत्म । यदि हाँ, तो – Admit करें की आपमें कमजोरियाँ हैं
चोर
दो लोगों ने बराबर की Tax की चोरी की, एक के घर Raid पड़ गयी, पेपर्स पकड़े गये , सज़ा मिल गयी । दुसरे ने
कर्म
दुश्मन ताकतवर हो तो हमला दोनों ओर से करें – बाहर से क्रियायें, अंदर से भी चिंतन आदि, जैसे राजधानी (मन) में जासूस भेजे जाते हैं,
देवता
देवताओं का Roll बैंक मैनेजर जैसा होता है । उनके पास Over Draft की Power होती है, Temporarily वे आपके Account में जो पैसा बाद
संभावनायें
हम अच्छे इसलिये नहीं हैं क्योंकि दुनिया हमें अच्छा कहती है, बल्कि इसलिये अच्छे हैं क्योंकि हममें अच्छा बनने की संभावनायें अच्छी हैं । चिंतन
धर्म
धर्म तो Homeopathic दवा है। जो आपकी बीमारियों ( कमज़ोरियों) को पहले दिखाती ( उभारता ) है, फिर ठीक करती है । चिंतन
Self Realization
मैं पहले Railway में Deputy था, फिर गुरू का Deputy बना, अब अपना Deputy बनने की प्रक्रिया में हूँ, और Final Goal अपना ही Chief
बातूनी
क्या आप किसी को जबरदस्ती खिलाते हो, या भेंट दे सकते हो ? यदि नहीं, तो लोगों को उनकी अनिच्छा होने पर भी अपनी बातें
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