पुण्य फल
चील ऊंचाई पर उड़ती है, बिना पंख मारे देर तक उड़ती रहती है, उनके बच्चे भी ऊंचाई पर सुरक्षित – पुराने पुण्य से ।
छोटी छोटी चिड़ियोँ के पास उतने पुण्य नहीं, सो बार-बार पंख मारने पड़ते हैं फिर भी ऊँचाईयों को नहीं छू पातीं ।
चिंतन
चील ऊंचाई पर उड़ती है, बिना पंख मारे देर तक उड़ती रहती है, उनके बच्चे भी ऊंचाई पर सुरक्षित – पुराने पुण्य से ।
छोटी छोटी चिड़ियोँ के पास उतने पुण्य नहीं, सो बार-बार पंख मारने पड़ते हैं फिर भी ऊँचाईयों को नहीं छू पातीं ।
चिंतन
One Response
पुण्य किसी जीव को कर्मों से भी मिलता है, इसके बाद वर्तमान में भी अर्जित हो सकता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि चील ऊंचाई पर उडती है यह उसके पूर्व का पुण्य भी होता है लेकिन छोटी छोटी चिड़ियों को नहीं मिल पाता है, इसके कारण उड़ने में असमर्थ रहती है लेकिन बड़े होने पर पुण्य अर्जित कर उड़ने में समर्थ रहती है।