विनय मिथ्यात्व
सच्चे डॉक्टर की सलाह ना मानकर,
यदि सारे Chemists की, सारी दवायें खा लो,
तो फायदा करेंगी या नुकसान !
मुनि श्री सुधा सागर जी
सच्चे डॉक्टर की सलाह ना मानकर,
यदि सारे Chemists की, सारी दवायें खा लो,
तो फायदा करेंगी या नुकसान !
मुनि श्री सुधा सागर जी
M | T | W | T | F | S | S |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 |
22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
29 | 30 | 31 |
One Response
विनय जीवन का मूल मंत्र है। आजकल लोग मिथ्यात्व के चक्कर में फंस कर जीवन को बर्बाद कर लेते हैं। अतः डाक्टर जो विनय पूर्वक दवा लिखते हैं उसी को लेना चाहिए वर्ना दवाइयों की दूकान से लेकर खाते हैं वह अपने जीवन को अच्छा करने के बजाह, जीवन को बर्बाद कर लेते हैं।