श्वासोच्छ्वास
पंचेन्द्रिय की श्वसन क्रिया दिखती है, उसे “आण-प्राण” कहते हैं ।
जिनकी देखने में नहीं आती, उसे श्वासोच्छ्वास कहते हैं ।
आ. श्री विद्यासागर जी (दिव्योपदेश – 61)
पंचेन्द्रिय की श्वसन क्रिया दिखती है, उसे “आण-प्राण” कहते हैं ।
जिनकी देखने में नहीं आती, उसे श्वासोच्छ्वास कहते हैं ।
आ. श्री विद्यासागर जी (दिव्योपदेश – 61)