Category: डायरी

कुज्ञान

प्यासे को मिर्च खिला दो तो पानी तो आएगा पर कंठ में नहीं, आंखों में दिखेगा। लेकिन प्यास बुझाएगा नहीं। यह तो मृगमरीचिका से भी

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प्रमाद / लोभ

मनुष्य पर्याय बहुत पुरुषार्थ से मिली है। यदि हमने प्रमाद( गर्मियों में तो बिस्तर भी कहता है कि जल्दी उठ, पसीने से बिस्तर तर हो

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ज्ञान

ज्ञान की प्रमाणिकता जानने का साधन ? चारित्र। तभी तो कहा है → बिना अभ्यास ज्ञान विष समान। चारित्र ज्ञान की भाषा है। कुलीनता/ अकुलीनता,

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मंदिर निर्माण

क्या वास्तु दोष भगवान के मंदिरों पर भी प्रभाव डालते हैं ? वास्तु का अर्थ है भवन और मंदिर भी एक भवन ही है। ग्वालियर

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प्रतिक्रमण

प्रतिक्रमण में श्रवण अपने को जड़ बुद्धि, पापी आदि से संबोधित करता है पर श्रावक उन्हें ज्ञानी और पुण्यात्मा आदि कहते हैं। यही तो अनेकांत

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सफलता / असफलता

युद्ध में हवाई जहाज गोलियाँ खाकर लौटे। सोच → जहाँ गोलियाँ लगीं उन स्थानों को और मजबूत किया जाय। सम्भावना → जो प्लेन लौटकर नहीं

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काफी / फीका

एक ही पेय पीकर एक को लगा “काफी”, दूसरे को “फीका”। ऐसे कुछ को जीवन भी “काफी” लगता है, अन्यों को “फीका”। फीके की परिभाषा

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स्वयं का सम्मान

दूसरों के प्राणों की रक्षा से पहले अपने प्राणों का सम्मान करें। भगवान की मूर्ति भी प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूज्य बनतीं हैं। हम पूज्यता

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मंगल आशीष

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April 18, 2025

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