यदि नियतिवाद को अपनाओगे तो स्वच्छंदता पनपेगी;
ना संसार चल पायेगा, ना परमार्थ ।
जिद्द इच्छा पूर्ति के लिये,
संकल्प लक्ष्य प्राप्ति के लिये ।
बहुत छाले हैं, उसके पैरों में;
कमबख्त़ उसूलों पर चलता होगा ।
(एन.सी.जैन-नोयड़ा)
श्रद्धा की पूर्णता,
समर्पण में ही है ।
सच्चा धर्म अपराधों को क्षमा नहीं करता,
बल्कि सज़ा भुगतने के भाव तथा शक्ति देता है;
और
भविष्य में अपराध ना होने के संकल्प देता है ।
1. गुरु ने सुंदर खरगोश दिया, रास्ते में ठगों के बार-बार पिल्ला कहने पर छोड़ दिया ।
2. दुर्योधन की माँ ने कहा वस्त्र उतार कर मेरे सामने आ, दुश्मन के खेमे के श्री कृष्ण के कहने से पत्ते लगा लिये, मृत्यु का कारण बना ।
हम गुरु/माँ को मानते तो हैं, पर उनकी नहीं मानते हैं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
पहले प्रचलन में था कि अर्थी उठाने से पहले दान की घोषणा करते थे ।
भोजन का लाभ पचाने पर ही,
स्वादिष्ट/गरिष्ठ भोजन में स्वाद तो आयेगा, लाभ/शक्ति नहीं ।
स्वाध्याय के साथ भी ऐसा ही है ।
दुर्भाग्य को जीतना चाहते हो तो …
सौभाग्य और दुर्भाग्य में समता भाव रखना/झेलना सीखो ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
आरंभ हो और अंत न हो, मन इतना भी स्वतंत्र न हो…;
व्यथित हो और शब्द न हो, मन इतना भी परतंत्र न हो…।
🙏🏻(सुरेश)🙏🏻
धर्म का प्रवाह बहुत महत्वपूर्ण है,
पर
यदि उपयोग नहीं किया तो वह बह जायेगा ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
भोजन दो तरह से –
पथ्य रूप = ये खाना/ये नहीं खाना,
स्वभाव रूप = स्वस्थ अवस्था में, आनंद आता है ।
इसी तरह –
धर्म औषधी रूप = दु:ख में किया गया,
आनंद रूप = सुख में किया गया, यदि आनंद-रूप करोगे तो औषधि नहीं लेना पड़ेगी ।
गृहस्थ को भी भोजन माँग कर नहीं खाना चाहिये,
ना ही परोसी हुई के अलावा माँगना चाहिये ।
अन्य कारणों के अलावा यह स्वाभिमान का भी विषय है, उज्जवल भविष्य का द्योतक है ।
मुनि श्री सुधासागर जी
कोरोना से बचने का सबसे प्रभावक उपाय है….
सबमें कोरोना देखना/मानना, उनके सम्पर्क से बचना ।
2) बुराईयों से बचने का भी यही उपाय है….
हर बुराई को चिपकने वाली मानना, उसके सम्पर्क से बचना ।
3) सामने वाले को बुरा न लगे, इससे बचने का भी यही उपाय….
यह मानना कि आपके मुंह से निकली हर बात सामने वाले के मन को चिपक जायेगी ।
दूरी बना कर रक्खें,
सावधान!
चिंतन
Pages
CATEGORIES
- 2010
- 2011
- 2012
- 2013
- 2014
- 2015
- 2016
- 2017
- 2018
- 2019
- 2020
- 2021
- 2022
- 2023
- News
- Quotation
- Story
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण – अन्य
- संस्मरण – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत-आचार्य श्री विद्यासागर
- वचनामृत – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत – अन्य
- प्रश्न-उत्तर
- पहला कदम
- डायरी
- चिंतन
- आध्यात्मिक भजन
- अगला-कदम
Categories
- 2010
- 2011
- 2012
- 2013
- 2014
- 2015
- 2016
- 2017
- 2018
- 2019
- 2020
- 2021
- 2022
- 2023
- News
- Quotation
- Story
- Uncategorized
- अगला-कदम
- आध्यात्मिक भजन
- गुरु
- गुरु
- चिंतन
- डायरी
- पहला कदम
- प्रश्न-उत्तर
- वचनामृत – अन्य
- वचनामृत – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण – मुनि श्री क्षमासागर
- संस्मरण – अन्य
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
Recent Comments