A movement started from Berlin & Turkey for use of Non-violent & Eco-friendly food & fashion,
saying NO to Silk,wool,leather, pearls, bone china.
They believe in products that care for others, in turn bringing peace.
The unfortunate fact is – India is one of the biggest producers of leather.
Processing of leather requires massive amounts of water and toxic chemicals.
One silk sari is made by boiling live 20,000 worms.
Many famous people like Shabana Azmi are not using silk.
nona.walia@timesgroup.com.
Times of India-21/9/14
नाली का पानी यदि गंगा में मिल जाये तो गंगाजल बन जाता है,
(पर सावधान-)
यदि गंगा का पवित्र जल नाली में डाल दो तो वह भी गंदाजल बन जाता है।
पानी कीचड़ बनाता है,
पानी ही कीचड़ साफ़ करता है।
मन में विकार आते हैं,
मन से ही विकार दूर होते हैं।
Eat which grows ON plants,
Not which grows IN plants.
(Mr.Prashant)
एक मिट्टी से ही चिलम भी बनती है तथा घड़ा भी,
चिलम दूसरों को जलाती तथा खुद भी जलती,
घड़ा खुद ठंडा तथा दूसरों को भी ठंडा रखता है।
A beautiful tomorrow never comes.
When it comes…
…Its already TODAY.
In the search for beautiful tomorrow…
…don’t lose your wonderful Today..
(Mrs. Parul – Vadodara)
दूसरों को अपने चरणों में झुकाना तो आसान है,
पर क्या तुम अपने चरणों में झुक सकते हो ?
झुकने योग्य मानते हो ?
पैर तभी चरण बनते हैं, जब वे आचरण से धुलकर साफ हो जाते हैं ।
ब्र. नीलेश भैया
कैसे मान लूँ की तू पल पल में शामिल नहीं,
कैसे मान लूँ की तू हर चीज़ में हाज़िर नहीं ।
कैसे मान लूँ की तुझे मेरी परवाह नहीं,
कैसे मान लूँ की तू दूर है पास नहीं ।
देर मैंने ही लगाई पहचानने में ,मेरे ईश्वर !
वरना तूने जो दिया उसका तो कोई हिसाब ही नहीं ।
जैसे जैसे मैं सर को झुकाता चला गया,
वैसे वैसे तू मुझे उठाता चला गया ।
(श्रीमति पारुल- बड़ौदा)
शनिग्रह लगने से किसी को नुकसान होता है, किसी को फायदा ।
तो यह फायदा शनिग्रह ने कराया या हमारे पाप/पुण्य ने ?
धर्मेंद्र
भलाई कितनी/कब तक ?
जब तक अपनी और सामने वाले की भलाई हो/संभावना रहे ।
अपनी भलाई ?
हाँ ! जब अपने भाव संक्लेशित होने लगें, भलाई बंद कर दें ।
चिंतन
हाथ पैर तो तैरने वाला भी मारता है और जिसे तैरना नहीं आता वो भी ।
फिर दूसरा ड़ूबता क्यों है ?
हाथ पैर सलीके से चलाना नहीं आता ।
सलीका आने के बाद तो हाथ पैर चलाना बंद करके भी वह तैरता रहता है, ड़ूबता नहीं है ।
ब्र. नीलेश भैया
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