बेईमानी का नकली सिक्का थोड़े दिन ही चलता है पर ईमानदारी की शक्ल में ही चलता है ।
देखा जाये तो ईमानदारी ही चलती है, बेईमानी नहीं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
दो मुख्य कर्तव्य – “एक जीव की जीविका, दूजा जीव उद्धार” ।
कैद में पड़े इस जीव को भोजन तो जरूरी है सो जीविका, पर जीव को कैद से छुड़ाना महत्वपूर्ण कर्तव्य है ।
श्री लालमणी भाई
Every problem has (n+1) solutions, where n is the number of solutions that you have tried and “1” is that you have not tried.
ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो ये दो लाईन याद रखना….. जो खोया है उसका गम नहीं, लेकिन जो पाया है वो किसी से कम नहीं । शराबी की लाल आंखों को दवा से ठीक नहीं किया जा सकता । चिंतन बुज़ुर्ग वे आईने हैं, जिनमें हम अपना भविष्य देख सकते हैं , चिंतन भगवान ने कभी धन कमाया नहीं । Heavy rains remind us of challenges in life. (Mrs. Neelima – Mumbai) श्रीमद् रायचंद जी की सभा में एक व्यक्ति को किसी ने बीड़ी पीने का ईशारा किया, वह बीड़ी पीकर फिर सभा में आकर आत्मा की बातें सुनने लगा । अपनी उम्र और पैसे पर कभी घमंड़ मत करना, क्योंकि जो चीजें गिनी जा सकें वो यकीनन खत्म हो जाती हैं । A Superb Message conveying life..!! We Have Two Eyes & One Tongue, We Have Two Ears & One Mouth, We Have Two Hands & One Stomach, We Have Two Major Brain Parts, Left & Right & One Heart, So We Can Think Twice, But Love Only Once..!! Amazing How Our Body Parts Remind Us How to Live..! (Mr. Noona – Mumbai) भगवान की भक्ति आदि करने से कषाय भाग जाती है/मंद होती है । चिंतन (श्री लालमणी भाई ) बैर क्रोध का अचार/मुरब्बा है ।
जो नहीं है वो एक ख्बाव है, और जो है वो लाज़बाव है ।
मोह की लाली को हटाने के लिये ज्ञान की दवा पिलानी होगी, सिर्फ बाह्य क्रियाओं से हटने वाला नहीं है ।
उनको देखकर हम अपना भविष्य सुधार सकते हैं ।
जिन्होंने गल्तियाँ की हैं, वे भुगत रहे हैं/पश्चाताप कर रहे हैं ,
जिन्होंने संयमित/ईमानदारी/वफादारी से जीवन जिया वे इज़्ज़त/आराम/सेवा पा रहे हैं ।
धर्म कमाओगे, धन अपने आप मिलेगा ।
Never ask for a lighter rain.
Just pray for a better umbrella.
रायचंद्र जी : वैसे तो आत्मा अनमोल है, पर कुछ लोगों के लिये उसकी कीमत 2 पैसे से भी कम है ।
Which Means We Need to Look Twice & Talk Once..!!
Which Means We Need to Listen More than We Talk..!!
So We Need to Work Twice as Much as We Eat..!!
कषायें भाग जाने पर (खाली घर हो जाने पर) ज्ञान प्रवेश पाता है ।
एक बार ज्ञान प्रवेश पा गया तो फिर वह कषायों को अंदर नहीं आने देता ।
Pages
CATEGORIES
- 2010
- 2011
- 2012
- 2013
- 2014
- 2015
- 2016
- 2017
- 2018
- 2019
- 2020
- 2021
- 2022
- 2023
- News
- Quotation
- Story
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण – अन्य
- संस्मरण – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत-आचार्य श्री विद्यासागर
- वचनामृत – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत – अन्य
- प्रश्न-उत्तर
- पहला कदम
- डायरी
- चिंतन
- आध्यात्मिक भजन
- अगला-कदम
Categories
- 2010
- 2011
- 2012
- 2013
- 2014
- 2015
- 2016
- 2017
- 2018
- 2019
- 2020
- 2021
- 2022
- 2023
- News
- Quotation
- Story
- Uncategorized
- अगला-कदम
- आध्यात्मिक भजन
- गुरु
- गुरु
- चिंतन
- डायरी
- पहला कदम
- प्रश्न-उत्तर
- वचनामृत – अन्य
- वचनामृत – मुनि श्री क्षमासागर
- वचनामृत-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण – मुनि श्री क्षमासागर
- संस्मरण – अन्य
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
- संस्मरण-आचार्य श्री विद्यासागर
Recent Comments