किसी का ये सोचकर साथ मत छोड़ना कि उसके पास कुछ नहीं है तुम्हें देने के लिये,
बस ये सोचकर साथ निभाना कि उसके पास कुछ नहीं तुम्हारे सिवा खोने के लिये ।
(श्री ब्रजेश)
Do not wait to strike till the iron is hot,
but make it hot by striking.
क्रोध को तीव्रता के अनुसार पत्थर,मिट्टी,रेत,पानी की लकीरों से तुलना की गयी है।
लकीरों से तुलना क्यों ?
क्योंकि क्रोध प्रियजनों के बीच दरार डाल देता है।
पत्थर की लकीर लम्बे समय तक भी नहीं भरती,
मिट्टी की बरसात में भर जाती है,
कम क्रोध की तुलना रेत तथा पानी में खिंची लकीरों से दी है।
सस्ते से सस्ते मिट्टी के बर्तन के टूटने पर हम दुःखी हो जाते हैं,
पर छोटी से छोटी बात पर हम अपना जीवन नष्ट करने में नहीं हिचकते ।
क्या हमने अपने जीवन को मिट्टी के बर्तन से भी सस्ता तो नहीं बना लिया ?
1) 34 organs and tissues can be harvested from a brain dead donor.
This includes a heart,2 lungs,2 kidneys, liver,2 corneas, etc.
In India (2012)-
2) Less than 1 per million was an organ donor.
3) 50,000 corneas donated, against 2 Lakhs needed annually.
4) 3,500 kidney transplanted, against the requirement of 21,000.
“WE-SELF” against “My-self”
(Times of India)
हमें दुसरों की गलतियों से भी सीख लेना चाहिये,
क्योंकि हमारे पास इतना समय कहाँ है कि सारी गलतियाँ हम खुद कर सकें,
और सुधर सकें ।
नियम – प्रतिज्ञा लेना, बाह्य क्रिया ।
संयम – विरक्तिपूर्वक मन को अनुशासित करना, अंतरंग क्रिया ।।
चिंतन
A fasting person is in a state of worship even if asleep in bed.
Prophet Muhammad
कागज अपनी किस्मत से उड़्ता है (हवा चले तो ही उड़े), लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से उड़ती है।
इसीलिये किस्मत साथ दे ना दे, काबलियत हमेशा साथ देती है ।
(श्री दीपक जैसवाल – ग्वालियर)
If you have choice, choose the best….
But, if you have no choice.
Do the best.
(Dr. Amit)
दुनियाँ में सबसे सस्ती चीज है सलाह, जो एक से मांगो तो हजारों से मिलती है ।
दुनियाँ में सबसे मंहगी चीज है सहयोग, जो हजारों से मांगो तो किसी एक से मिलता है ।
ध्यानरुपमं गुरुमुर्ति, पूजा मूलम् गुरु पदम्।
मंत्र मूलम् गुरु वाक्यं, मोक्ष मूलम् गुरु कृपा।।
In order to have a comfortable journey of life,
Reduce the luggage of desires.
(Mrs. Apurva Shri)
चलते समय सिर उठाकर चलना,
बैठे में सिर झुका कर रखना,
लेटे में आँख खोलकर रखना, प्रमाद है ।
श्री धर्मेंद्र
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