हमारे आसपास की सब चेतन तथा अचेतन चीज़ों के बारे में सोच यह होना चाहिये कि इन सब के साथ हमारा कुछ समय का करार है, उसके बाद इन्हें हमसे जुदा होना ही पड़ेगा ।
बाई जी
My wife treats me like God.!
She takes no notice of my existence till she wants something from me.
(Mr. Dharmendra)
विवाह के साथ विवाद आते ही हैं ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
देव, शास्त्र, गुरु, के पास जितने उत्साह/खुश मन से आओगे, उतनी ही खुशी लेकर जाओगे ।
मुनि श्री सौरभसागर जी
How strange it is …….
We wish to wear high fashion brand,
but feel comfortable in dirty, old jeans.
we wish to own big cars but enjoy ourselves only while walking down a road……
Life is indeed simple,
but we make it complex by running after thing that never give us joy……
(Mr. Dharmendra)
धर्म श्रवण भले ही दो घड़ी के लिये करो,
पर धर्म स्मरण तो हर समय करते रहो ।
( श्री संजय )
मन भी जहाज का पक्षी है, भाग कर जायेगा कहाँ, वापस आयेगा ही ।
(बस जल्दी बुला लेना , भटक न जाये)
चिंतन
Trust is just one word, but it takes –
1 second to read,
1 minute to think,
1 hour to explain,
1 day to feel,
1 week to demonstrate,
&
1 life to prove it.
(Mr. Rajat)
संघर्षमय जीवन का उपसंहार हर्षमय होता है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
साधु संगति की महिमा दूध पानी जैसी है,
पानी दूध के साथ मिलकर दूध के भाव ही बिकने लगता है ।
मुनि श्री कुन्थुसागर जी
(पर दूध में ज़्यादा पानी मिलाने पर, दूध को सब थू थू करने लगते हैं )
दान से हमारे खाते में पुण्य नहीं पहुँच पाता,
मात्र कुछ पाप धुल पाते हैं ।
क्योंकि पुरूष ढेरों पाप करते हैं, धन कमाने में,
स्त्रियाँ ढेरों पाप करतीं हैं, घर के काम काजों में ।
ध्यान कहीं भी,
किसी समय भी,
किसी जगह पर भी ।
आचार्य श्री वीरसेन जी
एक शेर पेड़ के ऊपर बैठे बंदर को कैसे खा जाता है ?
शेर ने बंदर की परछांयी पर दहाड मार कर हाथ मारा तो बंदर डर कर नीचे गिर गया और शेर खा गया ।
हम भी वैभव, परिवारजन रूपी छाया को अपना मान कर दु:खी हो रहे हैं ।
एक शराबी नदी के किनारे बैठा था । वहीं एक राजा की सेना ने पड़ाव ड़ाला – हाथी, घोड़े आदि ।
शराबी बहुत खुश हुआ ।
सुबह सेना जाने लगी तो शराबी रोने लगा – मेरा ठाट बाट खत्म हो गया ।
हम सब भी परिवार आदि को पास देख खुश और जाने पर दुखी होते हैं ।
जबकि सब अपने कारणों से आते हैं और काम पूरा होने पर चले जाते हैं ।
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