आपको शराब और शर्बत Offer किए जाये तो Selection आपके हाथ में है ।
यदि शराब पी तो नशा आएगा ही, थू थू होगी ही ।

कर्म करने से पहले Choice आपके हाथ में है, करने के बाद फल आपके वश में नहीं है ।

Ten Words………………

  • The Most selfish one – Letter Word……….. “I
  • AVOID IT

  • The Most Satisfying Two – Letter Word……….. “WE
  • USE IT

  • The Most Poisonous Three – Letter Word……….. “EGO
  • OVERCOME IT

  • The Most Used Four – Letter Word……….. “LOVE
  • VALUE IT

  • The Most Pleasing Five – Letter Word……….. “SMILE
  • KEEP IT

  • The Fastest Spreading Six – Letter Word……….. “RUMOUR
  • IGNORE IT

  • The Hardest Working Seven – Letter Word……….. “SUCCESS
  • ACHIEVE IT

  • The Most Enviable Eight – Letter Word……….. “JEALOUSY
  • DISTANCE YOURSELF FROM IT

  • The Most Powerful Nine – Letter Word……….. “KNOWLEDGE
  • ACQUIRE IT

  • The Most Valued Ten – Letter Word……….. “FRIENDSHIP
  • MAINTAIN IT.

    (Mr. Sanjay)

    जो अकल की बात को अकल में बैठा ले, वह अक्लमंद।

    बुद्धू को अकल की बात बताओ तो उल्टा पड़ जाता है ।
    तुम क्यों बता रहे हो ?
    क्या मुझ में अकल नहीं है ?

    क्या हम सब भी गुरूओं/भगवान की बातों को उल्टा नहीं ले रहे ?

    चिंतन

    मोक्षमार्ग दो ही हैं ।
    1. साधना
    2. आराधना

    जब तक साधना नहीं कर पा रहे हो, तब तक आराधना तो करो ।

    आचार्य श्री विद्यासागर जी

    आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की चातुर्मास स्थापना अतिशय क्षेत्र श्री बीना-बारहा जी जिला सागर (म.प्र.) में,
    तथा
    मुनि श्री क्षमासागर जी महाराज की चातुर्मास स्थापना शाहपुर जिला सागर (म.प्र.) में दिनांक 25जुलाई को संपन्न हुई ।

    एक चोर को सेठ ने रात को चोरी करते हुये देख लिया ।
    अगले दिन एक दावत में सेठ पंगत में बैठा, पास में ही वह चोर भी बैठा था । सेठ को शक हो गया ।
    सेठ बार बार पूछता था – क्या रात को तू ही था ?
    चोर सिर हिला कर मना करता रहा ।
    मिष्ठान/पकवान परोसने वाले समझते कि इसे मिष्ठान/पकवान नहीं चाहिये और वे बिना परोसे आगे बढ़ते जाते ।

    हम भी पूर्व के चोर हैं, मना करते रहते हैं और गुरूजन हितोपदेश ( मिष्ठान/पकवान ) बिना दिये आगे बढ़ जाते हैं ।

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