Category: चिंतन
स्थिरता
ज्यादा ऊंचाई पर बादल कम गतिशील होते हैं, नीचे वाले ज्यादा दौड़ते दिखते हैं। यही सिद्धांत मनुष्यों में भी लगा लेना। चिंतन
दूर से निर्णय
मंदिर से लौटते समय दूरी पर सत्संगी बहन दिखायी दीं । समझ नहीं पा रहा था कि वे मंदिर की ओर आ रही हैं या
मौन
अपने से ज्यादा ज्ञानी के सामने बोलना मत वरना ज्ञान लेने में अवरोध आ जायेगा । अपने से कम ज्ञानी के सामने बोलना मत वरना
Champion
Champion वही बनता है जिसकी दृष्टि अर्जुन की तरह Goal/चिड़िया की आँख पर रहती है । दृष्टि को जितना केन्द्र से दूर ले जाओगे उतना
पुण्य फल
चील ऊंचाई पर उड़ती है, बिना पंख मारे देर तक उड़ती रहती है, उनके बच्चे भी ऊंचाई पर सुरक्षित – पुराने पुण्य से । छोटी
खुशी
सजावट के लिए बाजार से सामान लाना या घर में रखी चीजों से सजावट करना ! खुश रहने के लिए सामग्री जमा करना या जो
याद करना
तीन तरह के लोग होते हैं, उसी के अनुसार उनको याद किया जाता है– 1. विशेष गुण वाले । 2. अवगुण या शारिरिक कमी वाले
दीपावली
हम लक्ष्मी के स्वागत में सजावट करते हैं/दीप जलाते हैं/पटाखे चलाते हैं(पर भूल जाते हैं-प्रदूषण को,अहिंसा को) दीपावली दो महान कार्यों के लिये मनायी जाती
धर्म की प्रासंगिकता
आज के समय में धर्म की प्रासंगिकता कितनी है ? दु:ख में धर्म की ज़रूरत ज्यादा होती है/महत्त्व ज्यादा महसूस होता है। पंचमकाल/कलयुग में दु:ख
नियंत्रण
मौसम के अनुसार हम पंखे की Speed को नियंत्रित करते रहते हैं। क्रोधादि को क्यों नहीं करते ? जबकि ताकतवरों के सामने/ ग्राहकों के सामने
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