Category: चिंतन

अच्छाई / मोह

अच्छाई मोह से बड़ी होती है। आपके दो बच्चे हों, दोनों से मोह होगा। यदि एक में अच्छाईयाँ हैं तो मोह बढ़ेगा, दूसरे में नहीं

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आनंद

प्राय: पूरा आनंद/सुंदरता लेने/देखने के लिये 14 दिन पूर्णमासी का इंतज़ार करते रहते हैं। चंद्रमा की हर कला/आकृति की सुंदरता का नित्य 15 दिन आनंद

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अनुभय

ईसबगोल को गर्म पानी से लो तो कब्ज़ दूर, ठंडे से लो तो दस्त बंद। सादा पानी से लो तो ? पेट में जाकर प्रश्नचिन्ह

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विषय-भोग

जब मस्तिष्क/शरीर की क्षमता का बड़ा भाग Unutilized पड़ा है, तो धर्म/अध्यात्म के साथ यदि विषय-भोग में भी Involve रहें तो क्या बुराई है ?

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कंजूस का हश्र

समुद्र किसी को भी अपना जल ख़ुशी से नहीं देता हालाँकि इसकी वजह से वह खारा भी हो जाता है। खारा भी शायद इसीलिए होता

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श्रद्धा / धर्म

श्रद्धा – संसार जीवों से ठसाठस भरा है। कुछ दृश्य, कुछ अदृश्य। धर्म – दृश्य की रक्षा और अदृश्य की रक्षा के भाव रखना। चिंतन

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दिशा

बवंडर ख़ुद दिशाहीन/भ्रमित, औरों के भी विनाश में कारण। यदि हवा की दिशा निश्चित हो तो नाव को किनारे, सही दिशा में चलने वालों को

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पूछताछ

ग्वालियर स्टेशन पर एक व्यक्ति Enquiry कर रहा था – आगरा जाने वाली गाड़ियाँ कितने-कितने बजे है। फ़िर झाँसी जाने वाली ट्रेनों के बारे में

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बाल उड़ना

पहले आगे के बाल क्यों उड़ते हैं ? प्रकृति Indication देती है – आगे वाला समय (पहले वाला) उड़ गया, अब वह तो पकड़ में

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पापोदय / लापरवाही

बाढ़ के वेग में डूबना unavoidable है, पर शांत जल में लापरवाही से डूबने की जुम्मेदारी ख़ुद की है। पापोदय में बीमारी आना समझ आता

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मंगल आशीष

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