Category: चिंतन
कर्म-फल
आलस्य/जल्दी में लिखा हुआ Handwriting ख़ुद को भी समझ नहीं आता, दिक्कत देता है । चिंतन
बंधन
रस्सी आदि से बंधे हों तो, तोड़ने की कोशिश करते हैं, पर अद्रश्य बंधनों (मोहादि) को तोड़ने की कोशिश ही नहीं करते । चिंतन
दान
पुरानी मिठाई घर ही रखे रहने से सड़ेगी, बदबू फैलाएगी । बाँटने में अपना भला ज़्यादा है । ऐसे ही अन्य परिग्रहों के बारे में
भला / बुरा
भला बने रहकर किसी का बुरा होते देखने से बेहतर है, बुरा बनकर भला करने का प्रयास करना । चिंतन
स्वतंत्रता दिवस
आज़ाद रहना चाहते हो तो दूसरों को गुलाम मत बनाओ, दूसरों* की गुलामी मत करो । *क्या हम अपने ही सेवकों / अपनी आदतों और
परोपकार
अपने माता पिता को छोड़कर पड़ौसी के माता पिता की सेवा करना, ऐसा ही है जैसे आत्मा को छोड़कर शरीर की सेवा करना । चिंतन
विषफल
अपने मन रूपी खेत में दूसरों के प्रति वैमनस्य रूपी विष बीज ड़ालेंगे तो फसल तो विष रूप ही होगी ना ! भोगनी तो तुम्हें
विज्ञान और धर्म
विज्ञान साधन देता है, धर्म साधना और साध्य । साधन, साध्य प्राप्त करने में सहायक की अहम भूमिका निभाता है । चिंतन
संगति
गंदी दीवार पर पीठ रगड़ोगे तो दीवार तो साफ नहीं होगी पर तुम जरूर गंदे हो जाओगे । श्री कैलाश
Recent Comments