Category: चिंतन
क्षमा
सबसे ज्यादा गलतियां हम अपने आप से करते हैं। फिर क्षमा सबसे पहले किससे मांगें ? किसको पहले माफ करें ? खुद को ।
बोलना/सुनना
किसी फैक्ट्री में Output तभी तक मिलेगा, जब तक Input मिलते रहेंगे । वर्ना कितनी भी बढ़िया मशीनरी और मैनेजमेन्ट हो तो भी फैक्ट्री बंद
३६/६६
‘३६’ की आयु में अपने और पराऐ यदि उल्टे लगें तो आपत्तिजनक नहीं है । पर ‘६६’ के होने पर तो सब एक से लगने
हमारे धर्मध्यान का बच्चों पर असर
प्रश्न :- क्या हमारे धर्मध्यान/पुण्यकर्म हमारे बच्चों को लगेंगे ? श्रीमति शर्मा उत्तर :- यदि हमारे बच्चों के खाते में पुण्यकर्म नहीं हैं, तो हमारे
तकिया/मनुष्य/आत्मा
तकिया : अच्छा वह माना जाता है जो मुलायम हो और मालिक के अनुसार अपना अस्तित्व बदल दे/अपना आकार बदल ले। मनुष्य : अच्छे बुरे
संसारी खेल
कैरम के खेल में अच्छा खिलाड़ी एक गोटी लेते समय यह ध्यान रखता है कि अपनी तो अगली गोटी बन जाऐ/ अच्छी Positon में आ जाऐ
निपटाना
पूजा आदि धार्मिक कार्यों के लिये ‘निपटाना’ शब्द का प्रयोग अटपटा लगता है, लेकिन सांसारिक कामों के लिये आम तौर पर प्रयोग क्यों होता है
सुख में सुमिरन
जब गाड़ी Smooth दौड़ रही हो, उस समय यदि उसकी Maintenance और उसके Mechanic (भगवान) का ध्यान आ जाये तो बुद्धिमानी है। जब गाड़ी हिचकोले
मैं कैसा हूँ ?
कुछ लोग कहते हैं कि मैं बुरा हूँ, कुछ कहते हैं कि मैं अच्छा/देवता हूँ, बाकी कहते हैं कि मैं साधारण/मनुष्य हूँ । आखिर मैं
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