गुरू के पीछे चलोगे तो, गुरूता आयेगी,
गुरू की टांग खीचोगे, तो अपनी टांगो पर खड़े नहीं हो पाओगे ।

चिंतन

अकबर : सत्य और असत्य में कितना फ़र्क होता है ?
बीरबल : चार अंगुल का ।
कान से सुनी बात प्राय: असत्य, आँख से देखी प्राय: सत्य ।
कान और आँख में चार अंगुल का ही तो फ़र्क है ।

(श्री गौरव)

घड़े में जरा सी दरार पड़ जाये तो सारी छाछ निकल जाती है पर मक्खन घड़े में ही बना रहता है ।

हमारी श्रद्धा भी मक्खन जैसी होनी चाहिए ,जो छोटी मोटी दरार से ना निकलने पाये ।

चिंतन

कहते हैं – ऊंट एक तिनके के बोझ से बैठ जाता है ।

(वो तिनका, जिसके बाद वो और बोझा नहीं उठा पाता)

श्री सौरभ जैन – नोएड़ा

स्वर्ग/नरक जाने का फैसला, आखरी पुण्य/पाप क्रिया तय करती है ।

Archives

Archives
Recent Comments

April 8, 2022

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728