गुरू मुनि श्री क्षमासागर जी

ब्र. चेतन भैया (अब मुनि श्री प्रणीतसागर जी) दीक्षा लेने से पहले बता रहे थे –
आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज कहते हैं –
“पंचम काल में मुनि श्री क्षमासागर जी का णमोकार भी सर्वांग से निकलता हुआ लगता है “

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4 Responses

    1. गुरु श्री के णमोकार मंञ् का आलाप भगवान के आलाप जैसा लगता है,
      सर्वांग से निकलती हुई ध्वनि।

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