Category: चिंतन
सत्य को नकारना
सत्य को नकारने के 7 कारण – राग, द्वेष, क्रोध, मान, माया, लोभ और भ्रम। चिंतन
देव-दर्शन
एक रूपक – देवदर्शन करते समय ऐसा आभास हुआ कि भगवान पूछ रहे हों- तुम्हारे साथ एक बिटिया आती थी, आजकल दिखती नहीं है? हाँ
व्यक्तित्व
व्यक्तित्व इतना भारी और गहरा होना चाहिये कि जाने के बाद तुरंत न उखड़ जाये/भुला न दिये जाओ। चिंतन
भाग्य / पुरुषार्थ
कम प्रकाश में घड़ी में समय नहीं दिखता। दृष्टि को सुइयों पर केन्द्रित करें, तो समय का पता लग जाता है। कम या ज़्यादा प्रकाश
इच्छा
रावण ने बहुरूपिणी विद्या सिद्ध कर ली थी। राम रावण के एक रूप को मारते थे, तभी उसके अनेक रूप पैदा हो जाते थे। इच्छा
निरर्थक
अब मोबाइल नं. के पहले “0” लगाने की ज़रूरत नहीं। अगर Memory में पड़ा है तो हर्जा क्या है/ delete करने का क्या फायदा ?
महानता
पुण्यात्मा व्यक्ति की महानता की कसौटी क्या है? उस पर कष्ट कम आये या ज़्यादा; अंततः उसकी मृत्यु कष्ट से हुई, या शांति से: महानता
अशुभ से बचाव
पार्कों में कचड़ा न डाला जाए, इसलिए वहाँ देवताओं की मूर्तियाँ बैठा देते हैं। इसी प्रकार अपने मन को अशुभ भाव रूपी कचड़े से बचाने
कृत्रिम / अकृत्रिम
मानव गगन चुंबी अट्टालिकायें तो बना सकता है पर सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह रोक नहीं सकता, वह ऊपर से प्रकाशित कर जायेगा। हाँ
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