Category: डायरी
उत्तम आकिंचन्य धर्म
त्याग के बाद त्याग के ममत्व का त्याग …आकिंचन्य धर्म है । झगड़ा….मेरा, तेरा, ये मेरा ये तेरा; समाधान ..न मेरा, न तेरा, जग चिड़िया
उत्तम त्याग धर्म
त्याग सर्वस्य का (दान अंश का) 4 बातें … 1) कमाना ..जरूरतों/ ज़रूरतमंदों के लिए । न्याय और अहिंसक तरीकों से । जब तक स्वास्थ
उत्तम तप धर्म
इच्छा निरोधः तपः तप… 1) क्या ?.. विषयों का निरोध । आ.श्री ..अपेक्षा निरोधः तपः । 2) क्यों ?..आध्यात्मिक उपलब्धियों के लिए, भौतिक gains के
उत्तम संयम धर्म
संयम = सही यतन/ आत्मनियंत्रण संयम के लिए … 1) निषेध – मन को निषेध-आज्ञा देने पर, वह पापों की ओर नहीं भागता है ।
उत्तम सत्य धर्म
अप्रिय/ अहितकर सत्य भी असत्य है, प्रिय/ हितकर असत्य भी सत्य है । 1) सत्य को जानें – जो भी दिख रहा है वह सब
उत्तम शौच धर्म
शौच = पवित्रता / लोभ का उल्टा शौचता आती है संतोष से । संतोष व असंतोष में फ़र्क सिर्फ “अ” का, “अ” = अभावोमुखी-दृष्टि ।
उत्तम आर्जव धर्म
आर्जव धर्म = मायाचारी का न होना । 4 के साथ तो छल कभी भी न करें … 1) स्वयं से – हर छल में
उत्तम मार्दव धर्म
अहंकार का न होना ही मार्दव धर्म है । अहंकार रूपी पर्वत से जब नदी नीचे उतरती है तभी शांति के सागर में मिलकर विराट
पर्यूषण / उत्तम क्षमा
पर्यूषण में Rituals से Spiritual की ओर बढ़ना है; Spiritual यानि उतार/ चढ़ाव में स्थिरता । क्षमा यानि धरती जैसी सहिष्णुता । 4 स्थितियों में
हिंसा
पेड़ आदि को काटने में हिंसा कम, बकरे/मुर्गे में ज्यादा, क्योंकि हिंसा आत्मा की नहीं, प्राणों (इंद्रियाँ,मन,वचन,काय आदि) की होती है । पेड़ में 4
Recent Comments