Category: डायरी
जानवर / मनुष्य
(सुरेश) अनर्थ-वाचन तथा मायाचारी के कारण मनुष्य जानवरों से भी पीछे रह जाता है ।
दोष
दांत तोड़ने के लिये एक छोटा सा कंकड़ ही काफ़ी होता है; ऐसे ही छोटा सा दोष जीवन को तोड़ने के लिए काफ़ी होता है
सम्भावना
सम्भावना = सम + भावना । जब भावना सबके प्रति समान होंगी, तब सम्भावना (कल्याण की) बढ़ेगी ।
74 वाँ स्वतंत्रता-दिवस
गुरुवर मुनि श्री क्षमासागर जी स्वतंत्रता = क्रियात्मक जीवन परतंत्रता = प्रतिक्रियात्मक जीवन पहले देश पराधीन था पर सोच/चेतना आज़ाद थी, आज देश आज़ाद लेकिन
वचन
वचन तीन बार क्यों ? पहली बार मंद सहमति, दूसरी बार नकारात्मक (हाँ, हाँ….) तीसरी बार पक्का । आचार्य श्री विद्यासागर जी
भगवान का जन्मदिन
भगवान का जन्मदिन मनाने के कई लाभ – 1. दूसरों की खुशी में शरीक होने का पुण्य । 2. बड़े आदमी के उत्सव में शरीक
हार जीत
जीत निश्चित हो तो अर्जुन कोई भी बन सकता है, पर हार निश्चित हो तो, अभिमन्यु बनने का जो साहस रखते हैं, उनके नाम से
आनंद
धन में आनंद नहीं, धनी होने में है । ज्ञान में आनंद नहीं, ज्ञानी होने में है ।
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