Category: डायरी
परोपकार / अपकार
परोपकार नाम की कोई चीज़ नहीं होती, हम तो स्व पर उपकार करते हैं, सामने वाला अपने पुण्य से अपना काम करा लेता है ।
मन की मलीनता / पवित्रता
अचानक ये पहाड़ी कैसे बन गयी, पिछले 5-10 सालों में तो दिखती नहीं थी ? यह दिल्ली के कूड़े का ढेर (गाजीपुर) है, जो वातावरण
गृह-मंदिर
इनमें चमत्कार नहीं सुने, चाहे मंदिर सोने/चांदी के ही क्यों न हों । कारण ? 1. घरों में इतनी पवित्रता नहीं रह सकती, 2. बहुत
भगवान महावीर जयंती
The tendency to follow the path of least resistance guarantees failure in life. इसीलिए भगवान महावीर ने महलों की आरामदायक जिंदगी छोड़ कर जंगलों का
तृष्णा
पहले “साइकिल” की चाह, फ़िर उसमें जुड़ गई मोटर यानि “मोटर साइकिल”, फिर साइकिल तो पूरी निकाल दी “मोटर” रह गई । चिंतन
भावना
किसी के/सबके भले के लिए शांति की भावना भाने से उसका/सबका भला हो सकता है, क्योंकि उसके जीवन में परेशानी आने से हमको अशांति होती
व्यवस्थित
हर “वार” (दिन), “रविवार” होता है (Relaxed Mood), उनका… जिनका जीवन व्यवस्थित होता है ।
शांति-धारा
ऐसी आपदा में शांति-धारा से तो शांति प्राप्त होती, फिर मंदिर क्यों बंद किये गये ? आग लगने पर जल-धारा डालने से शांति होती है,
कोरोना
गुरु/धर्म कह-कह कर थक गए कि… “करो ना, करो ना”(*), यदि कर लिया होता, तो आज यह न कहना पड़ता कि… “करो ना”(**) (*)…..जो करने
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