Category: डायरी

धर्म में दान

धार्मिक कार्यों में दान भरी ज़ेब वाले ही करते हैं, बिना ज़ेब (साधु) वालों की प्रेरणा/अशीर्वाद से, खाली ज़ेब वाले तो खाली (ख़राब – ख़राब)

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अज्ञानता का फल

शानदार कोठी के बाहर बैठकर मालकिन भीख मांगती थी । कारण ? बेटा चैक भेजता था उसे वह दीवार पर सजाती जाती थी । हम

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Service

Good service is when the customer comes back and goods don’t. अच्छे बोल से अच्छे लोग वापस आते हैं, बुरे बोल से बुरे बोल ।

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Top

It is easy to get to the top after you get through the crowd at the bottom. (संसार में आम-लोगों से अलग कुछ करना होगा,

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Effort

Life is like riding a bicycle, you don’t fall off unless you plan to stop peddling. (साधु भी जब साधना में कमी कर लेते हैं,

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आचरण

“चरण” मंदिर तक पहुंचाते हैं.. और “आचरण” ईश्वर तक । (अनुपम चौधरी)

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नियत / अनियत

Only two things are guaranteed in life- a beginning and an end. यानि पूरे जीवन में से 2 पल नियत/ destined हैं, बाकी सारा जीवन

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मंगल आशीष

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