Category: डायरी
जीवन / गुरु
जीवन एक — 1. संघर्ष – बिना गुरु के, 2. खेल – गुरु मिल जाने पर, 3. उत्सव – गुरु के बताये रास्ते पर चलने
भारत
“भा” से ज्ञान जैसे सूर्य प्रकाश/ज्ञान का प्रतीक सो भास्कर। “रत” रमण करना/आनंद लेना। भारतीय – जो ज्ञान/ आध्यात्म में रमण/ आनंद लेते हैं। राधाकृष्ण
सीख
पिता ने हलुवा बनाकर 2 कटोरियों में से, बेटे से 1 कटोरी उठाने को बोला, 1 कटोरी के हलवे पर 2 बादाम थे, दूसरी कटोरी
विजयादशमी
जीवन में अच्छे से अच्छे तथा बुरे से बुरे लोगों के सम्पर्क में रहना पड़ता है। उनसे क्या सीख लें ? रावण जैसे बुरे से
ज़िंदगी
ज़िंदगी से बड़ी सज़ा ही नहीं, और क्या ज़ुर्म है पता ही नहीं। इतने हिस्सों में बंट गया हूँ मैं, मेरे हिस्से में कुछ बचा
प्रेरणा
अंकित जैन आगरा के अस्पताल में वेंटीलेटर पर थे। अस्पताल में ऑक्सीजन समाप्त हो रही थी। अंकित के आग्रह पर मुनि श्री प्रमाणसागर जी का
तुलना
रेखा 5 K.M. 50″ पहुंचती है, सरिता 40″ में, स्वस्थ कौन? पर अन्य Factors पर ध्यान दिया? सरिता यदि बालू पर! उनकी उम्र, वजनादि पर।
आज का ज़माना
कैसी विडम्बना है – Welcome Drink में नकली नींबू का रस डाला जाता है। और हाथ धोने (Finger bowl) के लिये असली नींबू!! (अरविन्द)
दसलक्षण / पर्यूषण
दसलक्षण…. दिगम्बर परम्परा में 10 दिनों का, क्षमादि सहित। पर्यूषण…. श्वेताम्बर परम्परा में 8 दिनों का, क्षमादि नहीं। मुनि श्री सुधासागर जी
Recent Comments